Tournament Rules

  1. IPA 16th ऑल इंडिया टूर्नामेंट प्रतियोगित 1 चरण में उड़ाई जायेगी ।
  2. IPA 16th ऑल इंडिया टूर्नामेंट में 23 कबुतर उड़ाये जायेगे जिसमे 20 कबुतरों का टाईम काउंट होगा |
    अगर किसी शहर में आल इंडिया उड़ान की तारीख और लोकल टूर्नामेंट की तारीखों से टकराव की स्थिति बनती है तो खिलाडी ऐसी स्थिति में 50% तक ज्यादा कबूतर उड़ा सकता है लेकिन उसकी जानकारी स्टेट नाज़िम और आल इंडिया कमेटी को देनी होगी | खिलाडी 23 कबूतरों की उड़ान में अधिकतम 35 उड़ा सकता है और 12 कबूतरों की उड़ान में अधिकतम 18 कबूतर उड़ा सकता है | इसमें उड़ने वाले कबूतरों की बगलो या पोटे का रंग और मोहर दोनों टूर्नामेंटो की अलग अलग होगी |
  3. IPA 16th ऑल इंडिया टूर्नामेंट की उड़ान में 1 से लेकर 5 तक विजेताओं को ट्रॉफी, चाँदी का मेडल व प्रमाण पत्र दिए जायेंगे ।
  4. IPA 16th ऑल इंडिया टूर्नामेंट में किसी भी स्टेट से 20 से लेकर 29 एंट्रिया आती है तो उस स्टेट के 2 ईनाम अलग से दिए जायेंगे, यदि 30 से लेकर 49 एंट्रिया आती है तो उस स्टेट के 3 ईनाम अलग से दिए जायेंगे और यदि 50 से अधिक एंट्रिया आती है तो उस स्टेट के 5 ईनाम अलग से दिए जायेंगे |
  5. जो खिलाड़ी 16th ऑल इंडिया टूर्नामेंट में एंट्री देगा और देसी कबूतरों (हाई फ्लायर) में 100 घंटे और मद्रासी/पंजाबी (लौ फ्लायर) में 150 घंटे बनाएगा, केवल वही खिलाडी सुपर इंडिया टूर्नामेंट की उड़ान उड़ा पायेगा, सुपर इंडिया टूर्नामेंट की एंट्री फ्री होगी, कोई एंट्री फीस नहीं ली जाएगी |
  6. 3rd IPA सुपर इंडिया टूर्नामेंट में भी 12 कबुतर उड़ाये जायेगे जिसमे 10 कबुतरों का टाईम काउंट होगा |
  7. 3rd IPA सुपर इंडिया टूर्नामेंट की उड़ान में 1 से लेकर 5 तक विजेताओं को चाँदी की प्लेट व प्रमाण पत्र दिए जायेंगे ।
  8. जिस खिलाड़ी का ऑल इंडिया टूर्नामेंट और सुपर इंडिया टूर्नामेंट का स्कोर मिलाकर सबसे ज्यादा घंटे मिनट होंगे, उस खिलाडी को IPA की तरफ से "हिन्द केसरी" का अवार्ड दिया जायेगा |
  9. देसी कबूतरों (हाई फ्लायर) की उड़ान की तारीख से 2,3 दिन पहले उड़ान के लिये बनाये गए वॉटसएप ग्रुप में अपने कबूतरों का विडियो व फोटों डालना होगा । ताकि सभी कबूतर चैंक हो सके ।
  10. ऑल इंडिया टूर्नामेंट और सुपर इंडिया टूर्नामेंट में देसी कबूतर (हाई फ्लायर) की उड़ान का समय प्रात: 5:00 बजे से होगा और कबूतर वापस बैठने का समय शाम 7:00 बजे होगा, प्रत्येक कबुतर की उड़ान 12 घण्टे की ही होगी ।
  11. ऑल इंडिया टूर्नामेंट में मद्रासी/पंजाबी (लौ फ्लायर) की उड़ान का समय प्रात: 5:00 बजे से होगा और कबूतर वापस बैठने का समय शाम 7:00 बजे होगा, प्रत्येक कबुतर की उड़ान 12 घण्टे की ही होगी । लेकिन सुपर इंडिया टूर्नामेंट में मद्रासी/पंजाबी (लौ फ्लायर) की उड़ान "अनलिमिटेड" होगी । जिसमे कबूतर उड़ाने का टाइम फिक्स होगा लेकिन कबूतर बैठाने के टाइम की कोई लिमिट नहीं होगी |
  12. सभी स्टेट नाजिम को पुरा अधिकार होगा की अपने अपने स्टेट का सुबह कबुतर उड़ाने का समय व शाम को कबुतर वापस आने का समय निर्धारित कर सकते है, लेकिन प्रत्येक कबुतर की उड़ान का टाइम ऊपर दिए गए नियमो के अनुसार 12 घंटे या अनलिमिटेड होगा |।
  13. जज और खिलाड़ी अपना टाइम मिलाकर कबूतर उड़ाए | खिलाड़ी को उड़ान से पहले कबूतरों के बैठने की ठीक जगह बतानी होगी, कोई और जगह नहीं मानी जाएगी ।
  14. कबूतर उड़ान के दिन सुबह कबूतर उड़ाने से पहले बारिश आ जाती है या ज्यादा कोहरा पड़ता है जिसमे कबूतर उड़ाने की स्थिति नहीं होती है तो जिला नाजिम और स्टेट नाज़िम से बात करके खिलाडी दूसरी तारीख ले सकता है | इस स्थिति में खिलाडी को जज खर्च के 1000/- रुपये कमेटी को देने होंगे | एक बार झंडी लगने के बाद उड़ान कैंसिल नहीं की जाएगी और न ही दूसरी तारीख दी जाएगी |
  15. खिलाड़ी कबूतर उडाकर 5 मिनट तक झंडी दिखा सकता है और इस 5 मिनट की झंडी में अगर कबूतर दूसरी जगह बैठे तो कबूतर दोबारा उड़वा सकता हैं। अगर कोई कबूतर गड़बड़ कर रहा है तो उसे बदल भी सकता है। उस कबूतर का हुलिया नोट करके कैंसिल कर दिया जायेगा, अगर कबूतर समझ से बाहर है तो उस हुलिया का शाम को बैठने वाला आखिरी कबूतर कैंसिल माना जायेगा ।
  16. जज सुबह कबूतर चैक करके मोहर लगायेगा और वही शाम तक रहेगा । पर्चे पर जज / साहिबे उड़ान / सुपरवाइजर / जिलानाजिम / स्टेट नाजिम के हस्ताक्षर जरूरी है ।
  17. खिलाड़ी को कबुतरों की बगल मे रंग लगाना जरूरी है और सभी खिलाड़ी अलग रंग लगांएगे|
  18. जज अपनी मोहर साथ लेकर आएगा और स्याही (स्टाम्प पैड) खिलाड़ी की होगी, अगर जज किसी तरह लेट आते है तो साहिबे उड़ान अपनी मोहर लगाकर कबूतर समय पे उड़ा दे, मोहर के बिना उड़े कबूतर कैंसिल माने जायेंगे । खाली स्याही/कलर नहीं माना जायेगा व मोहर पर्चे पर भी लगानी जरुरी है।
  19. जज कबूतरों को मोहर सिर्फ बाजू पर लगाए, पूंछ पर मोहर मान्य नहीं होगी |
  20. देसी कबूतर उड़ाने वाले साहिबे उड़ानों के लिए दो कबूतर 50 मीटर के अंदर कहीं और बैठते है तो उड़ाने के पहले साहिबे उड़ान जज को दूसरी जगह बैठने वाले कबूतर का हुलिया लिखवाये और डबल मौहर लगवाकर नामजद करायेगे । कबूतर बैठने के बाद उसका एक घंटे के अंदर छत पर आना जरुरी है, तब ही जज उसकी मौहर और हुलिए चेक करके पास करेगा ।
  21. इस प्रतियोगिता की उड़ान में बॉर्डर नही होगा ।
  22. कबूतर उड़ान के लिये बनाये गए वॉटसएप ग्रुप में कबूतर उड़ान के दिन अपनी छत की रिपोर्ट समय समय पर देना जरूरी है ।
  23. रिपोर्टिंग और वीडियो बनाने की पूरी जिम्मेदारी साहिबे उड़ान की होगी | अगर खिलाड़ी कबूतर उतारने में व्यस्त है तो खिलाड़ी एक आदमी और लगा कर अपने फोन द्वारा रिपोर्टिंग करेंगे | इसमें जज भी रिपोर्टिंग में खिलाड़ी की मदद कर सकते है, इसीलिए भेजे गए जज के फोन में भी टाइम स्टाम्प कैमरा होना जरुरी है |
  24. रिपोर्ट इस तरह से देनी होगी : उड़ान के दिन सुबह कबूतर उड़ाने से पहले खिलाड़ी को कबूतरों का विडियो बनाना होगा, उसके बाद जब खिलाड़ी कबूतर उड़ाये तो झंडी देते हुये कबूतरों का विडियो बनाना होगा | झंडी का समय समाप्त होने के बाद, फॉर्म को पूरा भरकर व कबूतरों का उड़ाने का टाईम लिख कर फार्म का फोटो और दोनों विडियो को वॉटसएप गुप में डालना होगा |
  25. जब कबूतर उतार पर हो, तब कबूतर का वीडियो बनाना होगा और बैठते हुये कबूतर का भी विडियो बनाना होगा फिर कबूतर को नीचे उतार कर उस कबूतर का फोटो खीचना होगा । बैठते हुए कबूतर का विडियो, फोटो और फॉर्म में कबूतर के नाम के आगे उसका बैठने का टाईम लिख कर ग्रुप में 10 मिनट के अन्दर डालना होगा और हर एक घण्टे में ग्रुप मे छत की रिपोर्ट देना जरूरी है।
  26. Timestamp Camera App से फोटो विडियो बनाना जरूरी होगा अन्य फोटो व विडियो मान्य नहीं होगा । फोटो विडियो में शहर का नाम और Map आना चाहिए| बनाये गए सभी वीडियो में जज और पूरी छत को भी दिखाना जरूरी होगा |
  27. अगर रिपोर्टिंग में कोई कमी पाई जाती है तो जज की गवाही पर IPA कमिटी फैसला करेगी |
  28. साहिबे उड़ान की छत जैसे सुबह होगी वैसे ही शाम तक रहेगी कोई बदलाव नहीं होगा जज जहां बैठेगा शाम तक वही रहेगा अगर उसे कही और बैठने की जरूरत लगी तो साहिबे उड़ान को उसे वहाँ बैठाना होगा।
  29. अगर जज को लगता हैं की छत छोटी और नीची हैं जिसकी वजह से कबूतर चमक रहे है तो वह किसी और जगह (जहाँ से छत और कबूतरों को देख सके) पर बैठने को कह सकता हैं। अगर कही से कोई हरकत हो रही हैं तो साहिबे उड़ान वहां किसी और बैठे आदमी को दिखा दे और छत पर कोई कपड़ा या पर्दा लगा है और जिससे कबूतर उससे डर रहा है तो उसे हटवा दे । इसमें साहिबे उड़ान को कोई आपत्ति नही होगी । छत्त पर ज्यादा आदमी न हो ।
  30. मद्रासी - पंजाबी कबूतरों में नीचे उड़ते कबूतरों को हर आधे घंटे में दिखाना होगा वरना जज 5 मिनट का वक़्त देकर फिर आधे घंटे का टाइम दे दे | और जो कबूतर आसमान बंद हो जाते है उसे दो घंटे में दिखाना होगा वरना दोनों सुरतो में कैंसिल माना जायेगा और आसमान में कबूतरों को एक बार दिखाने के बाद जज फिर से 15 मिनट के बाद दुबारा दिखाने को कह सकता है |
  31. मद्रासी - पंजाबी कबूतरों में अगर टुकड़ी लम्बी चली जाती है तो 2 घंटे का टाइम दिया जायेगा और 2 घंटे के बाद कबूतर न आने पर कैंसिल कर दिया जायेगा | अगर 2 घंटे के अंदर 2 या 2 से अधिक कबूतर एक साथ आते है तो उन्हें पास माना जायेगा |
  32. मद्रासी - पंजाबी कबूतरों को हर 2 घंटे में जज को छत पर दिखाना जरुरी है, जज छत छोड़कर कही और जाकर कबूतर नहीं देखेगा |
  33. देसी कबूतरों की उड़ान में सिर्फ देसी हाई फ्लायर कबूतर उड़ाए जायेंगे और उनका फ्लाइंग पैटर्न भी हाई फ्लायर कबूतरों का होना चाहिए | चेकिंग के दौरान कोई भी कबूतर गलत ( लो फ्लायर क्रॉस ) पाया गया या कोई शिकायत आने पर वह कबूतर IPA कमेटी द्वारा कैंसिल किया जा सकता है या दोबारा भी उड़ाया जा सकता है | इसकी समस्त जिम्मेदारी छत मालिक की होगी |
  34. देसी कबूतरों में जो कबूतर आसमान बंद हो उसे आसमान से आते हुए दिखाना होगा नीचे से आये कबूतर कैन्सिल माने जायेगे ।
  35. छत पर लगी छतरी जिसकी ऊचाई 10 फुट या उससे ज्यादा हो तो छतरी ऊपर नीचे नहीं की जाएगी, बैठे कबूतर डंडी से उतारे जायेगे ।
  36. अगर 200 मीटर के दायरे मे बम छूटते है तो जज साहिबे उड़ान को तीन बार चेतावनी देगा उसके बाद भी चले तो छत कैंसल कर देगा ।
  37. ऑँधी, लूफान या बारिश आ जाने की सूरत में चाहे कबूतर आसमान बंद हो, तूफान खतम होने के एक घंटे के अंदर जिस हालत में आएगा उसे ठीक माना जायेगा । यदि कबूतर बैठते हुए कही दिखता है तो उसे कैंसिल माना जायेगा ।
  38. सभी साहिबे उड़ान से गुजारिश हैं कि जजों के फैसले का स्वागत करे और उनसे कोई बदतमीजी न करे, कोई बात हो तो स्टेट नाजिम, जिला नाजिम या कमेठी से बात करें ।
  39. साहिबे उड़ान अपनी मर्जी से कभी भी अपनी तह खोल सकता है एक बार तह खोलने के वाद वापस बंद नहीं की जायेगी । साहिबे उड़ान उड़ कर आने वाले कबूतर को दो कैंच कबूतर खोल कर बंद कर सकता है। तह खोलते समय ध्यान रखे 6 पर कैंच होने चाहिये (चौपरे कबूतर होने चाहिये)परदार कबूतर बाहर आकर उड़ान मे उड़ रहे कबूतरों के साथ पर मिला कर उड़ने लगे तो उन कबूतर को कैन्सल कर दिया जायेगा।
  40. इस उड़ान मे लाइट जला सकते हैं लाईट एक बार जलने के बाद बंद नही होगी ।
  41. किसी भी साहिबे उड़ान के यहां कोई हैरा फैरी या गड़बड़ी पायी जाती है तो कमेटी उसके कबूतरों को दोबारा उड़वा सकती है तथा आगे का फैसला कमेटी करेगी ।
  42. अगर कोई व्यक्ति किसी खिलाड़ी पर हैरा फैरी का आरोप लगाता है तो उसे पूरा सबूत देना होगा | दोबारा उड़ाने या न उड़ाने का फैसला IPA कमिटी का होगा | अगर कबूतर वापस उड़ाये जायेंगे तो सारा खर्चा शिकायतकर्ता को देना होगा |
  43. किसी भी साहिबे उड़ान की छत पर कोई हेरा फैरी पकड़ी गयी तो उसके उस साल के सर्दी गर्मी के इनाम कैंसिल कर दिए जायेंगे और उसे तीन साल के लिए टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जायेगा ।
  44. अगर किसी की छत नीचे है और साथ लगी छत्त ऊँची हैं तो उसपर बैठने वाला वही कबूतर पास होगा जो अंदर की तरफ होगा पीछे बैठने वाला कबूतर कैसिल माना जायेगा ।
  45. कमेटी, स्टेट नाजिम या जिला नाजिम चाहे तो छत पर दो जज भी नियुक्त कर सकते है जरूरत पड़ने पर IPA कमेटी से भी जज लगाया जा सकता है ।
  46. टूर्नामेंट से सम्बंधित कागजात, सुचना, स्टेटनाजिम या IT Head को ही भेजेगे ।
  47. स्टेट नाज़िम व नाज़िम पत्र वगैरह कमेटी सेकेट्री से रजिस्टर्ड पोस्ट द्वार ही मान्य होगा वरना कमेटी की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी ।
  48. प्रत्येक स्टेट नाज़िम, जिला नाज़िम अपने जिले के खिलाड़ियों के फोटो पहचान पत्र और एंट्री फीस अंतिम तारीख दिनांक 31 अक्टूबर 2024 तक टूर्नामेंट सेकेट्री के पास भेज दे ताकि वह IPA अकाउंट में भेज सके।
  49. जजों के आने व जाने का खर्चा जिसकी तरफ से जज आएगा वह साहिबे उड़ान करेगा वहाँ पहुंचकर ठहरने और खाने का खर्चा वहाँ का साहिबे उड़ान करेगा । जज एक दिन पहले शाम 4 बजे तक वहाँ पहुंच जाये और साहिबे उड़ान की छत व कबूतरों का हुलिया जाँच ले ताकि सुबह उसे कबूतरों पर मोहर लगाने व टाइम से उड़ाने में तकलीफ न हों ।
  50. पर्चे पर कोई कटिंग हो तो जज, साहिबे उड़ान, स्टेट नाज़िम, जिला नाज़िम के हस्ताक्षर होने चाहिए ।
  51. कोई भी खिलाड़ी अपनी उड़ान कैंसिल करवाना चाहता है तो उड़ान तारीख से 5 दिन पहले अपनी उड़ान कैंसिल करवाये, क्योंकि उड़ान तारीख से 4 दिन पहले सभी स्टेट नाज़िम अपने-अपने स्टेट के जजों की लिस्ट जारी करेंगे जहाँ पर जजों को लगाया जायेगा | स्टेट नाज़िम द्वारा जजों की लिस्ट जारी करने के बाद अगर कोई खिलाड़ी अपनी उड़ान कैंसिल करवाता है तो उसकी उड़ान कैंसिल हो जाएगी और उसके यहाँ जज नहीं भेजा जायेगा, लेकिन उस खिलाड़ी के द्वारा जो जज दिया गया है, उस जज को वहां जाना जरुरी होगा जहाँ पर उस जज को लगाया गया है | जज नहीं भेजने पर उस खिलाड़ी पर IPA द्वारा कार्यवाही की जाएगी और अगले टूर्नामेंट के लिए उस पर प्रतिबन्ध लगाया जाएगा|
  52. किसी भी नियम में संशोधन करना या नये नियम लागु करने का पुरा अधिकार IPA का होगा ।